बिहार विधानसभा चुनाव की बिसात पर, विपक्षी खेमें ने क्या सोचा था और क्या हो गया...यानि तमाम दांव और दांवों के दंगल में विजेता बने NDA खेमे की जीत के बाद बिहार में फिर से नीतीश सरकार बन गई, और इंडिया गठबंधन के ख्वाब चकनाचूर हो गए..दरअसल, बिहार चुनाव के हर एक दृश्य और परिदृश्य को उत्तर प्रदेश की परिधी और परिवेश के पैमाने पर नापा जा रहा था...बिहार में लड़ रहे सियासी दल हों या मुद्दे...बिहार प्रचार में उतरे सियासी चेहरे हों या चुनावी चक्रव्यूह...कहा जा रहा था कि, बिहार का चुनाव यूपी को प्रभावित करेगा, बिहार का जनादेश यूपी में होने वाले 2027 के चुनाव के लिए के लिए बड़ा संदेश होगा...इसी कड़ी में सपा मुखिया अखिलेश यादव तो दावा करते थे कि, बिहार में बदलाव होगा और फिर यूपी में भी बदलाव होगा, अखिलेश यादव का तंज ये भी था कि, पहले हराया अवध-अब हराएंगे मगध।