तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु रामभद्राचार्य ने बार फिर रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित किया जाने की मांग की. इसकी के साथ ही उन्होंने बताया कि आज के समय में लोग हनुमान चालीसा का गलत पाठ कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि चालीसा में कुछ चौपाइयां गलत लिखी हुई हैं, जिन्हें तुरंत दूर किया जाना चाहिए.