माफ़िया अतीक अहमद ने किसी से फोन पर कहा था जिस दिन उमेश पाल को मरवाऊंगा, उस बाद 15 दिन तक टीवी पर यही चलेगा. अतीक ने ठीक कहा था. लेकिन, वो ये नहीं जानता था कि फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड के बाद जब उसे ही कोई बेनामी शूटर्स मारेंगे, तो वो घटना सियार में बहुत देर तक और दूर तक असर करेगी. जी हां, माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या निकाय चुनाव का बड़ा मुद्दा बन गई है. इस मामले ने सत्ता और विपक्षी दलों के बीच एक लंबी गहरी लकीर खींच की है. मुख्यमंत्री योगी कह रहे हैं कि माफियाओं और कानून व्यवस्था को चुनौ देने वालों पर बुलडोजर चलता रहेगा, जबकि मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी कानून व्यवस्था ध्वस्त बता रही है.