कठमुल्ला शब्द आज एक बार फिर चर्चा में तब आ गया जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में विपक्ष पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ाएंगे और दूसरों के बच्चों को उर्दू पढ़ने को प्रेरित करेंगे. उन्हें मौलवी, कठमुल्ला बनने को प्रेरित करेंगे. यह नाइंसाफी है. यह नहीं चलेगा. उत्तर प्रदेश सरकार सभी धर्मों, अपने राज्य में प्रचलित क्षेत्रीय भाषाओं का सम्मान करती है. यह सरकार सबका साथ-सबका विकास पर केंद्रित मंशा से काम कर रही है. विपक्ष की आदत में शामिल हो गया है कि सरकार की हर पहल का उसे विरोध करना है. यह अनुचित है और इसे किसी भी सूरत में मंजूर नहीं किया जा सकता.