यूनियन कार्बाइड के जिस कचरे को पीथमपुर की रामकी फैक्ट्री में रखा गया है उसे रामकी फैक्ट्री के आसपास की जमीनों में कई तरह के परिवर्तन होने की जानकारी ग्रामीणों के द्वारा दी जा रही है ग्रामीणों का कहना है कि रामकी फैक्ट्री के आसपास की जमीन बंजर हो चुकी है साथ ही फैक्ट्री में अलग-अलग जगहों के कचरे को जिस तरह से जमीन के अंदर गाड़ कर नष्ट किया जाता है उसके कारण वह कचरा तो नष्ट हो जाता है लेकिन फैक्ट्री के आसपास जो जमीन मौजूद है और जो कुआं और बावड़ी और बोरवेल है उनसे से लाल पानी आ रहा है और यह लाल पानी वह नष्ट हुए कचरे का ही है और उस लाल पानी के प्रयोग से जहां फसले तो खराब हो ही रही है तो वही उसका उपयोग करने पर शरीर में कई तरह की बीमारियां भी पनप रही है